क्‍या सचमुच वजन घटाने से घट सकता है ब्‍लड शुगर लेवल? जानें एक्‍सपर्ट की राय

बहुत से अध्‍ययनों में भी यह बात सामने आई है कि मोटापा डायबिटीज और दिल की बीमारियों से जुड़ा है। क्‍या सच में एक स्‍वस्‍थ वजन आपकी कई बीमारियों को दूर या कम करने में मदद कर सकता है? क्‍या वजन घटाने से ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है? इन सब सवालों का जवाब है कि एक स्‍वस्‍थ वजन आपको फिट और स्‍वस्‍थ रखने में काफी हद तक मदद कर सकता है। वजन कम करने से आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। 






आपने सुना होगा डायबिटीज रोगियों को अक्सर वजन कम करने की सलाह दी जाती है। यह बात बिलकुल सही है, स्‍वस्‍थ रहने के लिए एक स्‍वस्‍थ आहार और नियमित व्‍यायाम के बाद वजन घटाने की आवश्‍यकता है। यह आपको डायबिटीज, हृदय रोग, स्ट्रोक, हाई ब्‍लड प्रेशर और कई अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं के खतरे को कम करने में मदद करता है। आइए यहां जानिए कैसे वजन घटाने से ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।


डायबिटीज रोगियों के लिए वजन घटाने के फायदे 


वैसे तो यह कई अध्‍ययनों में मोटापे और डायबिटीज को एक दूसरे से जोड़ा गया है, लेकिन हेल्‍थ एक्‍सपर्ट्स इस पर क्‍या मानते हैं, यह आप यहां जानिएं 


डॉ. राकेश कुमार प्रसाद, सीनियर कंसलटेंट, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट फोर्टिस हॉस्पिटल का कहना है, '' सबसे पहले, शरीर के एक्‍सट्रा वजन और डायबिटीज के बीच संबंध को समझना महत्वपूर्ण है। आपके शरीर को ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए कैलोरी की आवश्यकता होती है, जबकि आप जो भोजन करते हैं, वह ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ग्लूकागॉन द्वारा मांसपेशियों तक ले जाया जाता है। शरीर इसका सेवन करने के लिए इंसुलिन का उत्पादन करता है, लेकिन अगर शरीर कैलोरी का उपभोग नहीं कर रहा है, तो इसे फैट के रूप में संग्रहीत किया जाएगा। लेकिन स्वस्थ ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने के लिए इंसुलिन का उत्पादन बढ़ेगा।''


कैसे वजन घटने के साथ घटता है ब्‍लड शुगर लेवल 


डॉ. राकेश कुमार आगे कहते हैं, शरीर में जमा यह एक्‍सट्रा फैट सामान्य रूप से मेटाबॉलिक कार्यों को रोक देगा, जबकि एक्‍सट्रा फैट मांसपेशियों को ग्लूकागॉन के अवशोषण से रोकता है, इस प्रकार शरीर की गतिविधि को बनाए रखने के लिए अधिक इंसुलिन का उत्पादन करता है। जब अतिरिक्त इंसुलिन के उत्पादन के बाद भी गतिविधि कार्य नहीं करती है, तो व्यक्ति इंसुलिन रेजिस्टेंस डायबटिक हो जाता है।


इसी तरह, वजन कम करना वजन बढ़ाने का सटीक विपरीत है जिससे एक्‍सट्रा फैट निकल जाता है और इंसुलिन स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होता है। इस प्रकार एक्‍सट्रा फैट या शरीर का अतिरिक्‍त वजन को कम करने से इंसुलिन के सामान्य उत्पादन में सहायता मिलेगी। फिर एक बार जब व्यक्ति अपने सामान्य वजन में वापस आ जाता है, तो ब्‍लड शुगर का स्तर सामान्य हो सकता है।


लड शुगर को कंट्रोल रखने के टिप्‍स 



  • सबसे पहली और आखरी चीज है, कि ब्‍लड शुगर हो या ब्‍लड प्रेशर हर बीमारी को कंट्रोल या कम करने के लिए स्‍वस्‍थ खानपान के साथ रोजाना एक्‍सरसाइज करना सबसे फायदेमंद है। 

  • इसके अलावा, यदि आप डायबिटीज रोगी हैं, तो आप अपने ब्‍लड शुगर को कंट्रोल रखने के लिए स्‍वस्‍थ खानपान और एक्‍सरसाइज के साथ समय पर नियमित दवा लें। 

  • दूसरी चीज एक स्‍वस्‍थ और आदर्श वजन बनाए रखने की कोशिश करें। आपको अपनी लंबाई और उम्र के अनुसार एक आदर्श वजन रखने की कोशिश करनी चाहिए। 

  • इसके अलावा, कैलोरी का सीमित सेवन, और एक सीमित अनुपात में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और आवश्यक वसा लें।